शुक्रवार, 6 सितंबर 2024

Football फुटबॉल का इतिहास

History of Football


फुटबॉल का इतिहास



 फुटबॉल का इतिहास History of Football

        फुटबॉल का इतिहास बहुत पुराना है और यह दुनिया का सबसे लोकप्रिय खेल है। फुटबॉल Football का विकास और इसका आधिकारिक रूप कैसे बना, इसकी एक समृद्ध और विविध पृष्ठभूमि है। आइए Football के इतिहास पर विस्तार से नजर डालते हैं  ।  प्राचीन काल में फुटबॉल का खेल आज के फुटबॉल से काफी अलग था, लेकिन दुनिया की कई प्राचीन सभ्यताओं में इसके प्रारंभिक रूप देखने को मिलते हैं। फुटबॉल जैसे खेल का उद्भव विभिन्न संस्कृतियों में हुआ, जो आज के आधुनिक फुटबॉल के विकास में महत्वपूर्ण योगदान साबित हुआ है। यहाँ कुछ प्रमुख प्राचीन सभ्यताओं में खेले जाने वाले फुटबॉल जैसे खेलों के बारे में जानकारी दी जा रही है.

1. चीन (कुजु या चूजू) मे Football:

  • Football जैसे खेल का सबसे पहला उल्लेख प्राचीन चीन में मिलता है, जिसे "कुजु" ( Cuju ) कहा जाता था। इसका मतलब होता है "पैर से गेंद मारना"।
  • यह खेल हान राजवंश (206 CE - 220 CE) के दौरान लोकप्रिय था। इसमें खिलाड़ी एक चमड़े की गेंद को गोल के अंदर मारने की कोशिश करते थे।
  • कुजु एक प्रकार का शारीरिक व्यायाम था, जिसका उपयोग सैनिकों की फिटनेस बनाए रखने के लिए भी किया जाता था। गोल को बांस की छड़ियों से बनाया जाता था और खिलाड़ियों को केवल पैरों का इस्तेमाल करना होता था।

2. प्राचीन ग्रीस और रोम (हारपास्तम) मे Football :

  • प्राचीन ग्रीस और रोम में भी एक प्रकार का फुटबॉल जैसा खेल खेला जाता था जिसे "हारपास्तम" ( Harpastum ) कहा जाता था।
  • Football खेल एक छोटे क्षेत्र में खेला जाता था और इसका मुख्य उद्देश्य गेंद को विपक्षी टीम के आधे हिस्से में लाना होता था।
  • हारपास्तम एक शारीरिक खेल था जिसमें बहुत धक्का-मुक्की होती थी। इसमें खिलाड़ी गेंद को पैरों और हाथों दोनों से पकड़ सकते थे।
  • यह खेल रोमन सेना में भी लोकप्रिय था और सैनिकों की फिटनेस और सहनशक्ति बढ़ाने के लिए इसका उपयोग किया जाता था।

3. मायन और एज़्टेक सभ्यता (मेसोअमेरिका) मे Football:

  • प्राचीन मेसोअमेरिकन सभ्यताओं, विशेषकर मायन और एज़्टेक, में भी एक प्रकार का खेल खेला जाता था जिसे "उलामा" या "पोक-ए-टोक" कहा जाता था।
  • Football खेल एक रबर की गेंद से खेला जाता था और इसे हिप्स (कमर) से मारा जाता था। खिलाड़ियों का उद्देश्य गेंद को एक ऊँचे घेरा या दीवार के अंदर से निकालना होता था।
  • यह खेल धार्मिक और सांस्कृतिक महत्व रखता था। कभी-कभी यह खेल जीवन और मृत्यु से भी जुड़ा होता था, जहां हारे हुए खिलाड़ियों को बलिदान कर दिया जाता था।

4. मध्यकालीन यूरोप मे Football:

  • मध्यकालीन यूरोप में भी फुटबॉल जैसे खेल खेले जाते थे, जिन्हें "मॉब फुटबॉल" (Mob Football) कहा जाता था। यह खेल इंग्लैंड और यूरोप के विभिन्न हिस्सों में खेला जाता था।
  • इसमें कोई निश्चित नियम नहीं होते थे और खिलाड़ी गेंद को शहर के एक हिस्से से दूसरे हिस्से में ले जाने का प्रयास करते थे। कभी-कभी खिलाड़ी अपने हाथों और पैरों दोनों का इस्तेमाल करते थे।
  • यह खेल अक्सर बहुत उग्र होता था और इसमें बड़ी संख्या में लोग शामिल होते थे, जिससे झगड़े और चोटें आम बात होती थीं।

5. जापान ( केमारी ) मे Football :

  • प्राचीन जापान में भी एक फुटबॉल जैसा खेल खेला जाता था जिसे "केमारी" कहा जाता था। यह खेल लगभग 600 CE के आस-पास विकसित हुआ और इसे शाही परिवार और अभिजात वर्ग के लोग खेलते थे।
  • केमारी का उद्देश्य गेंद को जमीन पर गिराए बिना हवा में बनाए रखना होता था। इसे एक सर्कल में खड़े खिलाड़ी खेलते थे, जो पैरों की सहायता से गेंद को एक-दूसरे की ओर पास करते थे।
  • इस खेल में प्रतिस्पर्धा नहीं होती थी, बल्कि इसका उद्देश्य शारीरिक संतुलन और कलात्मक कौशल को बढ़ावा देना होता था।

6. इजिप्ट ( मिस्र ) मे Football :

  • प्राचीन मिस्र में भी फुटबॉल जैसा खेल खेलने के प्रमाण मिलते हैं। पुरातत्वविदों ने कुछ पेंटिंग और कलाकृतियाँ खोजी हैं, जिनमें लोग गेंद के साथ खेलते हुए दिखाए गए हैं।
  • हालांकि, इस खेल के बारे में विस्तृत जानकारी उपलब्ध नहीं है, लेकिन यह माना जाता है कि यह खेल धार्मिक और सांस्कृतिक आयोजनों का हिस्सा था।

15 वीं शताब्दी में फुटबॉल: प्रारंभिक खेल और उसकी विकास यात्रा

          फुटबॉल आज के समय में सबसे लोकप्रिय खेलों में से एक है, लेकिन इसका इतिहास सदियों पुराना है। 15वीं शताब्दी में फुटबॉल का स्वरूप वर्तमान समय से काफी अलग था, लेकिन उस समय के खेल ने आधुनिक फुटबॉल के विकास की नींव रखी। इस लेख में, हम 15वीं शताब्दी में फुटबॉल के प्रारंभिक स्वरूप और इसके विकास के बारे में विस्तार से जानेंगे।

15 वीं शताब्दी में फुटबॉल का स्वरूप

         15वीं शताब्दी में फुटबॉल का खेल आज के खेल से काफी अलग था। इस समय खेल को "मध्ययुगीन फुटबॉल" या "मध्यमकालीन फुटबॉल" के नाम से जाना जाता था। इस खेल का कोई निश्चित नियम नहीं था और यह ग्रामीण और शहरी दोनों क्षेत्रों में खेला जाता था।

  • खेल का प्रारूप -  उस समय फुटबॉल आमतौर पर गांवों और कस्बों के बीच खेला जाता था। खेल का मुख्य उद्देश्य गेंद को विरोधी क्षेत्र में ले जाना था। खिलाड़ी किसी भी माध्यम से गेंद को आगे बढ़ा सकते थे, चाहे वह हाथ से हो या पैर से। इस खेल में हिंसा और हाथापाई भी आम थी, जिससे यह खेल काफी खतरनाक हो सकता था।

  • गेंद का उपयोग -  15वीं शताब्दी में फुटबॉल के लिए इस्तेमाल की जाने वाली गेंदें साधारण और अक्सर जानवरों की मूत्राशय या चमड़े से बनी होती थीं।

फुटबॉल के विकास में समाज का प्रभाव  

          मध्ययुगीन फुटबॉल का खेल विशेष रूप से ग्रामीण क्षेत्रों में लोकप्रिय था, और यह खेल मुख्य रूप से त्यौहारों और विशेष अवसरों पर खेला जाता था। यह खेल सामाजिक जीवन का हिस्सा बन गया था, जहां लोग एक साथ आकर खेलते और मनोरंजन करते थे।

        हालांकि, खेल की अराजकता और हिंसक प्रकृति के कारण, कई बार इसे बैन भी किया गया। इंग्लैंड में, विभिन्न राजाओं द्वारा फुटबॉल पर प्रतिबंध लगाया गया था, क्योंकि यह खेल अक्सर सार्वजनिक अशांति का कारण बनता था और तीरंदाजी जैसी सैन्य गतिविधियों से ध्यान भटकाता था।

आधुनिक फुटबॉल की शुरुआत  - 

           आधुनिक फुटबॉल का जन्म 19वीं सदी में इंग्लैंड में हुआ। इस समय तक फुटबॉल के अलग-अलग रूप खेले जा रहे थे, लेकिन कोई निश्चित नियम नहीं थे।

  • 1848 में कैम्ब्रिज नियम -  कैम्ब्रिज विश्वविद्यालय में फुटबॉल के लिए एक नियम पुस्तिका बनाई गई जिसे "कैम्ब्रिज रूल्स" कहा गया। इन नियमों ने फुटबॉल को एक संगठित रूप देने का काम किया।

  • 1863 में फुटबॉल एसोसिएशन का गठन -  फुटबॉल के इतिहास में यह एक महत्वपूर्ण समय था। 1863 में इंग्लैंड में "फुटबॉल एसोसिएशन" (FA) का गठन हुआ। यह पहली बार था जब फुटबॉल के लिए औपचारिक नियम बनाए गए। इन नियमों को "द लॉज़ ऑफ द गेम" कहा जाता है और इन्हीं नियमों पर आधारित आज का फुटबॉल खेला जाता है।

  • इस समय दो प्रमुख प्रकार के फुटबॉल खेल खेले जा रहे थे -  एक था रग्बी फुटबॉल, जिसमें हाथ का भी इस्तेमाल होता था, और दूसरा था एसोसिएशन फुटबॉल, जिसमें केवल पैरों का इस्तेमाल होता था। धीरे-धीरे एसोसिएशन फुटबॉल ने ज्यादा लोकप्रियता हासिल की और इसे आज हम "फुटबॉल" या "सॉकर" कहते हैं।

अंतर्राष्ट्रीय फुटबॉल Football 

  • फीफा (FIFA) का गठन: 1904 में अंतर्राष्ट्रीय फुटबॉल का प्रबंधन करने के लिए फीफा (Fédération Internationale de Football Association) का गठन हुआ। फीफा दुनिया भर के फुटबॉल के नियमों और प्रतियोगिताओं का संचालन करता है।

  • फीफा विश्व कप: 1930 में उरुग्वे में पहला फीफा वर्ल्ड कप आयोजित किया गया था। तब से यह सबसे प्रतिष्ठित और लोकप्रिय अंतर्राष्ट्रीय फुटबॉल टूर्नामेंट बन गया है, जिसे हर चार साल में आयोजित किया जाता है।

प्रमुख लीग और क्लब फुटबॉल  - 

  • लीग फुटबॉल: 19वीं सदी के अंत और 20वीं सदी की शुरुआत में विभिन्न देशों में राष्ट्रीय फुटबॉल लीगों का गठन हुआ। इंग्लिश प्रीमियर लीग (इंग्लैंड), ला लीगा (स्पेन), सीरी ए (इटली), और बुंडेसलीगा (जर्मनी) जैसी लीगों ने फुटबॉल को और भी अधिक प्रसिद्धि दिलाई।

  • यूरोपियन कप/यूईएफए चैंपियंस लीग: 1955 में यूरोप के सर्वश्रेष्ठ क्लबों के बीच एक प्रतियोगिता शुरू हुई जिसे अब यूईएफए चैंपियंस लीग के नाम से जाना जाता है। यह दुनिया की सबसे प्रतिष्ठित क्लब फुटबॉल प्रतियोगिता है।

फुटबॉल का वैश्वीकरण Globalization of Football  - 

  • 20वीं सदी में फुटबॉल पूरी दुनिया में फैल गया। दक्षिण अमेरिका, यूरोप, अफ्रीका, एशिया और उत्तरी अमेरिका में फुटबॉल का जबरदस्त विकास हुआ। हर देश और महाद्वीप ने अपनी-अपनी शैली और परंपराओं के अनुसार फुटबॉल को अपनाया।

महिलाओं का फुटबॉल Women's Football  - 

  • महिलाओं का फुटबॉल भी धीरे-धीरे लोकप्रिय हुआ। पहला महिला फुटबॉल वर्ल्ड कप 1991 में चीन में आयोजित किया गया। इसके बाद से महिला फुटबॉल तेजी से लोकप्रिय हो रहा है और आज यह भी वैश्विक खेल का महत्वपूर्ण हिस्सा है।
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